लखनऊ: उत्तर प्रदेश, हिमाचल और कर्नाटक की पंद्रह राज्यसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान जारी है। इसमें सबसे ज़्यादा UP की10 सीटें हैं। खबर है कि यहां सपा और बीएसपी ने क्रॉस वोटिंग की है। इसके साथ ही सपा विधायक और विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने मुख्य सचेतक पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मनोज पांडेय रायबरेली के ऊंचाहार से विधायक हैं। इनका नाम सपा से बग़ावत करने वालों में शामिल हैं। इसके अलावा सपा विधायक अभय सिंह ने आज की वोटिंग से पहले सोशल मीडिया पर भगवान राम की तस्वीर पोस्ट की है।
वहीं सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने वोटिंग से पहले कहा कि मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर वोट करूंगा। इस चुनाव में रायबरेली और अमेठी से 3 सपा विधायक क्रॉस वोटिंग कर रहे हैं, जिसके सीधा असर इन दोनों लोकसभा सीटों पर पड़ेगा। और स्मृति ईरानी की अमेठी की राह आसान हो जाएगी। वहीं बीएसपी से ख़बर है कि उनके एकमात्र विधायक उमा शंकर सिंह बीजेपी उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में वोट करेंगे। साथ ही आरएलडी के सभी 9 विधायकों ने NDA उम्मीदवारों को वोट दिया है। हालात पूरी तरह से अखिलेश यादव के विपरित होते जा रहे हैं। सपा के लिए लोकसभा से पहले बड़ा झटका से कम नहीं है।
UP में 10 सीटें और 11 उम्मीदवार… क्रॉस वोटिंग!
UP की जंग सबसे रोचक हो गई है। यहां से दस उम्मीदवार चुने जाने हैं। इनमें बीजेपी के सात और समाजवादी पार्टी के तीन पक्के थे, लेकिन बीजेपी ने आठवां उम्मीदवार पूर्व सपा नेता संजय सेठ को उतारकर सपा के लिए हालात मुश्किल बढ़ा दी है।भाजपा के उम्मीदवारों की बात की जाए तो वो हैं- आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, साधना सिंह, नवीन जैन और सुधांशु त्रिवेदी वहीं सपा के उम्मीदवार हैं- जया बच्चन और रामजीलाल सुमन. इसके बाद दसवीं सीट के लिए कड़ा मुकाबला है। 10वीं सीट के लिए बीजेपी के संजय सेठ और सपा के आलोक रंजन के बीच कड़ी टक्कर है।
UP से राज्यसभा चुनाव का अंक गणित ।
विधानसभा की कुल सीटें 403 हैं। मौजूदा संख्या 399 है। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए पहली पसंद के जरूरी वोट 37 हैं। एनडीए की मौजूदा संख्या 277 है। एनडीए के सात उम्मीदवारों की जीत के बाद सरप्लस वोट 18 हैं। संजय सेठ को 19 अतिरिक्त वोट चाहिए। सपा (108) और कांग्रेस (2) के 110 वोट होते हैं। सपा को तीनों उम्मीदवारों की जीत के लिए जरूरी वोट 111 चाहिए।
समाजवाद पार्टी को केवल एक अतिरिक्त वोट की जरूरत है, लेकिन इस गणित में भी पेच फंसा है और इसीलिए सपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सपा के दो विधायक इरफान सोलंकी और रमाकांत यादव जेल में हैं, वे वोट नहीं डाल सकते, यानी उसकी संख्या घटकर 108 ही रह गई और उसे तीन अतिरिक्त वोटों की जरूरत है। बीजेपी की सहयोगी SBSP का भी एक विधायक अब्बास अंसारी जेल में है, जो वोट नहीं डाल सकते। ऐसे में एनडीए की संख्या 276 रह जाती है। ऐसे में आने दिनों में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है।