New Delhi: क्या से क्या हो गया देखते-देखते? ये गीत आज की तारीख में बिहार में एनडीए के अंदर चल रहे शह-मात के खेल पर पूरी तरह से सटीक बैठता है। हम बात कर रहे हैं लोजपा के दोनों धड़े की। जहां एक तरफ चाचा पारस हैं तो दूसरी तरफ उनके भतीजे चिराग पासवान। पिछली बार आपको याद होगा कि किस तरह पारस ने रामविलास जी के निधन के बाद पार्टी को तोड़कर चिराग की बत्ती गुल कर दी थी। लेकिन तारीफ करनी होगी चिराग पासवान की जिन्होंने धर्य के साथ संघर्ष किया और अपने पिता की विरासत को अपनी ओर मोड़कर सियासत में चाचा पारस को पटकनी दे दी।
BJP चिराग को देगी 6 सीट!
ये सच्चाई है कि आज की तारीख में चिराग के साथ उनका वोटबैंक पासवन जाति के लोग उनके साथ हैं। ये बात बीजेपी के आला कामन को पता है। ऐसे में पिछले दिनों जो चर्चा थी कि बीजेपी चिराग को एक सीट दे सकती है लेकिन अब गेम पलट गया है और चिराग ने बीजेपी को विश्वास में लेते हुए पिछले बार की तरह 6 सीट लेने में कामयाब होते दिख रहे हैं। ऐसे में पारस जी को बिना टिकट के संतोष करना पड़ सकता है। यानि इस बार चिराग हिसाब बराबर करेंगे। अंदर की खबर है कि बीजेपी चिराग को हाजीपुर समेत पांच और सीट दे रही है। टोटल-06.
वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम को 1 सीट, उपेन्द्र कुशवाह की पार्टी RLM को 1 सीट और चिराग पासवान को हाजीपुर समेत 5 सीटें देने पर सहमति बनी है। इसके अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
पशुपति पारस देंगे मंत्रीमंडल से इस्तीफा !
रह गया पशुपति पारस की पार्टी का सवाल तो एनडीए में बिना सीट के संतोष करना पड़ेगा। ऐसे में खबर ये भी है कि पशुपति पारस मंत्रीमंडल से इस्तीफा भी दे सकते हैं या फिर वो अपना टर्म पूरा कर लें। सूत्रों की मानें तो उनको चुनाव बाद राज्यपाल बनाने का भी ऑफर दिया गया है। ऐसे भी पारस जी को पता है कि उनका अपनी ही जाति में क्या जनाधार है। ऐसे में बीजेपी जो इस बार 4 सौ के पार का नारा दे रही है वो वैसे लिडर को अपने साथ लेकर चलेगी जो वोट ट्रांसफर कर सके। इसमें चिराग अपने चाचा पे भारी हैं। ये बात बीजेपी अच्छे से जानती है। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी चिराग को नाराज नहीं करना चाहती है।
बिहार में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है।
ये भी सबको पता है कि रामविलास पासवान के पुत्र और चिराग हैं और उनके राजनीतिक वारिस कहें या उतराधिकारी वही हैं। अब जरा उनके द्वारा X पर पोस्ट किए गए शब्दों को देखिए जिसमें वो कहते हैं कि एनडीए के सदस्य के रूप में आज भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा के साथ बैठक में हमने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। उचित समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी।
चिराग आगे कहते हैं कि चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला फिक्स हो गया है। लोकसभा चुनाव में हमारा गठबंधन 400 सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा कि मेरे पास किसी के कोटे की कोई सीट नहीं है। हम बिहार में सभी 40 सीटों पर जीत का परचम फहराएंगे। चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे नहीं पता, वह गठबंधन में हैं या नहीं। साथ ही कहा कि सीटों का ऐलान उचित समय आने पर कर दिया जाएगा। चिराग के पोस्ट को पढ़ने और समझने के बाद तो ये कहा ही जा सकता है कि हनुमान को पावर कहां से मिली है। फिलहाल इंतजार कीजिए और राम-राम का जाप कीजिए।