लखनऊ: कोरोना के बाद छात्र- छात्राओं में पैरामेडिकल और नर्सिंग में करियर को लेकर ज्यादा ही दिलचस्पी है। यही वजह है कि आज की तारीख में शिक्षा माफिया इस सेक्टर में सक्रिय नजर आ रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश का है जहां बड़े पैमाने पर पैरामेडिकल और नर्सिंग के छात्रों के साथ खिलवाड़ चल रहा है। राज्य में ऐसे कई नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज हैं जिनके अस्तित्व पर ही सवाल है। कहने को तो इन कॉलेजों में हर साल एडमिशन हो रहे हैं, पढ़ाई चल रही है, परीक्षा ली जा रही है। सात ही इन संस्थानों से नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्स करने वालों को डिग्री भी दी जा रही है। लेकिन वो डिग्री महज एक कागज के टुकड़े से ज्यादा कुछ भी नहीं। यानि सब गोलमाल है!
यूपी नर्सिंग, पैरामेडिकल का बोर्ड ही फर्जी!