नई दिल्ली: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, साल 2022 की तुलना में बीते साल 2023 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 1.53 मिलियन यूनिट्स तक पहुंच गया है। EV की बिक्री में पूरे 50 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। जिसे बाजार के जानकार संतोषजनक मानते हैं। EV के बढ़ते डिमांड के चलते इंडियन मार्केट पर बहुतायत विदेशी कंपनियों की नज़रें गड़ी हुई हैं।
अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla भारत में एंट्री की योजना बना रही है। इसी बीच वियतनाम की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी विनफ़ास्ट (VinFast) ने एक ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित करते हुए आधिकारिक तौर पर भारत के तमिलनाडु राज्य में अपनी पहली इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की शुरुआत कर दी है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने तूतीकोरिन में वियतनाम के विनफास्ट समूह के इलेक्ट्रिक वीइकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के फर्स्ट फेज की आधारशिला रखी। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि विनफास्ट ग्रुप की भारतीय शाखा विनफास्ट ऑटो इंडिया लिमिटेड कुल 16,000 करोड़ रुपये (दो अरब डॉलर) के विनियोजित निवेश में से पहले चरण में 4000 रुपये का निवेश करेगी।
जनवरी में यहां आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में विनफास्ट ऑटो लिमिटेड ने निवेश के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया था। तमिलनाडु स्थित तूतीकोरिन में विनफास्ट का प्लांट 380 एकड़ में लगाया जाएगा और यहां हर साल डेढ़ लाख वाहन बनाने की क्षमता होगी। इस प्रोजेक्ट के साथ तमिलनाडु भारत का ऑटो हब होने के अलावा देश की ईवी राजधानी के रूप में भी जाना जाएगा। वहीं विनफास्ट के आने के बाद भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ना तय माना जा रहा है।