Ramadan Gaza: रमजान की शुरूआत में ही पिछले 24 घंटे में इजराइली हमलों की वजह से कम से कम 67 लोगों को जान गवांनी पड़ी है। इसके साथ फलस्तीन में जारी जंग में अब तक मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 31,112 से ज्यादा हो गई है। यह जानकारी गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। इसके साथ ही गाजा में रमजान के मौके पर शांति बहाल की उम्मीद खत्म हो गई है।
युद्ध विराम की धाराशाही हुई उम्मीद!
फलस्तीन में इजराइली हमलों की वजह से मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है। अमेरिका, कतर और मिस्र समेत तमाम खाड़ी देश को उम्मीद थी कि रमजान से पहले जंगबंदी समझौता हो जाएगा जिसके तहत इजराइली बंधकों और फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली संभव हो सकेगा और गाजा में मानवीय मदद पहुंचाई जा सकेगी, लेकिन इस समझौते को लेकर वार्ता पिछले सप्ताह रुकी हुई है। वहीं रमजान के बीच रंजिश और बढ़ गई है।
क्या है मामला?
आपको बतादें कि हमास ने दक्षिणी इजराइल पर सात अक्टूबर, 2023 को हमला कर दिया था जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और उसने 250 लोगों को बंधक बना लिया था। हमास की कैद में अब भी करीब 100 बंधकों के होने का अनुमान है। हमास के हमले के बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके कारण युद्ध शुरू हो गया। इस युद्ध के कारण गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग 80 प्रतिशत बेघर हो गए हैं।इस बीच गाजा में 5 महीने से जारी जंग के बीच टूटी फूटी इमारतों के मलबों के बीच लोगों ने नमाज अदा की। रमजान आ गए, पर जंग पर विराम कब लगेगा, यह स्पष्ट नहीं है। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति ने जंग रोकने की कोशिशों की बात कही है।