बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार 78 विधायकों वाली आरजेडी की कृपा से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं। लालू यादव जब चाहें उन्हें हटाकर अपने बेटे तेजस्वी को सीएम बना सकते हैं
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं बीजेपी नेता सुशील मोदी ने दावा किया है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आरजेडी और जेडीयू में घमासान छिड़ा हुआ है। सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव कभी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुर्सी से हटाकर अपने बेटे तेजस्वी को सीएम बना सकते हैं। इस बीच जेडीयू के मंत्री कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए नीतीश को बिहार का भविष्य बता रहे हैं। जबकि नीतीश खुद तेजस्वी यादव को बिहार का भविष्य (अपना उत्तराधिकारी) घोषित कर चुके हैं।
बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि नीतीश कुमार 78 विधायकों की पार्टी आरजेडी की कृपा पर मुख्यमंत्री बने हुए हैं। लालू प्रसाद यादव जब चाहें, उन्हें हटाकर अपने बेटे को मुख्यमंत्री बना सकते हैं। दोनों के बीच डील भी यही हुई थी। उन्होंने कहा कि नीतीश इस बार मकर संक्रांति पर लालू-राबड़ी आवास गए, लेकिन वहां केवल 7 मिनट ही रुके। लालू ने उनसे दूरी बनाई और दही का टीका भी नहीं लगाया। आरजेडी और जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं है। डील की कील चुभने लगी है।
सुशील मोदी ने आगे कहा कि से में जेडीयू कार्यकर्ताओं का मनोबल न टूटे, इसलिए मंत्री नीतीश कुमार को “बिहार का भविष्य” बता रहे हैं, जबकि खुद नीतीश बिहार का भविष्य (उत्तराधिकारी) तेजस्वी यादव को बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि 2020 में नीतीश कुमार 75 विधायकों वाली भाजपा की कृपा से मुख्यमंत्री बने थे, जबकि उनकी पार्टी के पास सिर्फ 44 विधायक थे। वे पहली बार 2001 में भी 67 विधायकों वाली भाजपा की कृपा से मुख्यमंत्री बने थे। उस समय उनकी पार्टी के 37 विधायक थे।