महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता…पाप उतर जाता। ॥
शुक्रवार के दिन भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का आह्वान भक्तजन करते हैं। आइए माँ लक्ष्मी जी की आरती करते हैं। महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि । हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे । सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।