बदायूं: मंगलवार को हुई डबल मर्डर मिस्ट्री के मामले में पूरे प्रदेश समेत देश आज की तारीख में सकते में है। जिस तरह से साजिद और जावेद नाम के दो आरोपियों ने तीन सगे भाइयों पर उनके घर में घुसकर जानलेवा हमला किया है वो लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हम कहां जा रहे हैं। इस हमले में दो मासूमों की मौत हो गई है, जबकि एक जख्मी है। इस हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस ने साजिद उर्फ नावेद का एनकाउंटर कर दिया है। वहीं दूसरा आरोपी अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।
जानिए कैसे दिया आरोपियों ने घटना को अंजाम?
ये मामला बदायूं के सिविल लाइन कॉलोनी का है। यहां विनोद कुमार नाम के एक शख्स अपने परिवार के साथ रहते हैं। इन्हीं विनोद कुमार के बच्चों की हत्या साजिद और जावेद ने की है। विनोद कुमार ने बताया है कि उनके घर के सामने ही साजिद अपने भाई जावेद के साथ बार्बर शॉप चलाता है।
पूरी प्लानिंग के साथ आए थे हत्यारे
मंगलवार का दिन था। शाम करीब 7 बजे थे। साजिद अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल पर विनोद कुमार के घर आया। उस समय घर पर विनोद कुमार की पत्नी संगीता देवी, मां मुन्नी देवी और तीन छोटे बच्चे आयुष प्रताप (13 वर्ष), पीयूष प्रताप (9 वर्ष) और आहान प्रताप (6 वर्ष) मौजूद थे। साजिद ने संगीता से कहा कि उसकी पत्नी की डिलिवरी होने वाली है और डॉक्टर ने रात 11 बजे का वक्त दिया है। उसने संगीता से 5000 रुपये मांगे।
पीयूष को गुटखा लाने के लिए भेजा बाहर
जरा आरोपियों के प्लानिंग को समझिए। इस दौरान साजिद का भाई जावेद मोटर साइकिल लिए बाहर ही खड़ा था। जब संगीता को लगा कि इनको मदद करनी चाहिए तो वो अंदर से पैसा लाने चली गई। उसी दौरान साजिद ने मंझले लड़के पीयूष को गुटखा लाने के लिए बाहर भेज दिया। इस बीच मन घबराने की बात कहकर साजिद घर की छत पर चला गया। जो अब तक बाहर खड़ा था। वो साथ में छोटे लड़के पीयूष को भी ले गया। उसने बड़े लड़के आयुष को पानी लाने के लिए कहा और अपने भाई जावेद को भी अंदर बुला लिया। साजिद, जावेद और दोनों लड़के छत पर चले गए।
आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया
इस बीच विनोद की पत्नी संगीता जब अंदर से पैसे लेकर बाहर आई तो उसने देखा कि साजिद और जावेद सीढ़ियों से नीचे उतर रहा है। उसके हाथ में खून से सने हुए हैं और हाथ में छूरी भी थी। उन्होंने संगीता को देखते ही कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है।
संगीता घबराकर चिल्लाई,जुटे लोग
यह देखकर संगीता घबराकर चिल्लाई, तो मोहल्ले के लोग जुट गए। लोगों ने दोनों को पकड़ने की कोशिश की, तो जावेद भाग गया लेकिन साजिद पकड़ा गया। फिर संगीता ऊपर गई तो दोनों लड़के खून से लथपथ मिले। उनकी मौत हो चुकी थी। तभी तीसरा लड़का गुटखे की पुड़िया लेकर आ गया। इसके बाद जावेद ने तीसरे लड़के पर भी हमला किया, छूरी से उसके हाथ में गंभीर चोट आई।
भीड़ ने साजिद को पुलिस के हवाले किया
FIR जो दर्ज है उसके अनुसार भीड़ ने साजिद को पुलिस के हवाले कर दिया। भीड़ काफी आक्रोशित थी। पिता विनोद कुमार ने FIR में लिखवाया है कि साहिद और जावेद से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्हें नहीं पता कि दोनों ने उनके बच्चों की हत्या क्यों की?
साजिद मुठभेड़ में मारा गया
फिलहाल पुलिस का दावा है कि एक आरोपी साजिद उनके साथ मुठभेड़ में मारा गया है। दूसरे आरोपी जावेद की तलाश की जा रही है।लेकिन इस घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। ऐसे में एक बात तो जरूर है कि आप जहां भी रहें सतर्क रहें,सचेत रहें। फिलहाल पुलिस पूरे मामले पर गंभीरता से नजर बनाए हुए है।